उत्तराखंड में हर साल सैकड़ों जिंदगी जवानी की दहलीज पर पहुंचने से पहले ही सड़कों पर दम तोड़ देती हैं। ये वो किशोर-किशोरियां हैं, जिनके हाथों में एक्सीलरेटर थमा दिया जाता है।
उत्तराखंड: हर साल 150 हादसे…वजह बाइक चलाते नाबालिग बच्चे
