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मोदी ने असम में 17,500 करोड़ की विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया

BySamachar India Live

Mar 9, 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम के जोरहाट में 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
विकास परियोजनाओं में स्वास्थ्य, तेल और गैस, रेल और आवास के क्षेत्र शामिल हैं।
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,“विकसित भारत के लिए पूर्वोत्तर का विकास अनिवार्य है। मोदी पूरे पूर्वोत्तर को अपना परिवार मानते हैं।इसीलिए हम उन परियोजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो वर्षों से लंबित पड़ी हैं।”

उन्होंने कहा कि असम ने बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और ऊर्जा क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है।
इस अवसर पर श्री मोदी ने पीएम ऊर्जा गंगा योजना के तहत बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन भी राष्ट्र को समर्पित की।
प्रधानमंत्री ने बताया कि गैस पाइपलाइन पूर्वोत्तर ग्रिड को राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ेगी और 30 लाख घरों और 600 से अधिक सीएनजी स्टेशनों को गैस की आपूर्ति करने में मदद करेगी, जिससे बिहार, पश्चिम बंगाल और असम के 30 से अधिक जिलों के लोगों को लाभ होगा।”
डिगबोई रिफाइनरी और गुवाहाटी रिफाइनरी के विस्तार के उद्घाटन के अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने असम में रिफाइनरियों की क्षमता का विस्तार करने की लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को नजरअंदाज कर दिया था। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से असम में रिफाइनरियों की कुल क्षमता अब दोगुनी हो जाएगी जबकि नुमालीगढ़ रिफाइनरी की क्षमता तीन गुना हो जाएगी।

प्रधानमंत्री ने 2.5 लाख से अधिक भूमिहीन मूल निवासियों को भूमि अधिकार प्रदान करने और लगभग आठ लाख चाय बागान श्रमिकों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने का उल्लेख किया जिससे सरकारी लाभ सीधे उनके बैंक खातों में स्थानांतरित हो सके। उन्होंने कहा,“इससे बिचौलियों के लिए सभी दरवाजे बंद हो गये।”

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे एक अद्वितीय राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य कहा और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल की जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र के आकर्षण को रेखांकित किया।
मोदी ने बताया कि कैसे लापरवाही और आपराधिक सहयोग के कारण गैंडा लुप्तप्राय हो गया। उन्होंने वर्ष 2013 में एक ही वर्ष में 27 गैंडों के शिकार को याद किया। उन्होंने सरकार के प्रयासों से 2022 में गैंडों के कम होने की संख्या शून्य हो गई।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी इस मौके पर मौजूद थे।