बिग बॉस ओटीटी सीजन-1 की कंटेस्टेंट और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर उर्फी जावेद का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल है। सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि सार्वजनिक स्थान पर आपत्तिजनक कपड़े पहनने के कारण मुंबई पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
सोशल मीडिया पर उर्फी जावेद की गिरफ्तारी का वीडियो स्क्रिप्टेड है। वीडियो को लाइफस्टाइल ब्रांड ने प्रोमोशन के उद्देश्य से बनाया है। उर्फी, अक्सर अपने कपड़ों को लेकर सुर्खियों में रहती है, ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को सच मानकर खूब शेयर कर रहे हैं। वीडियो को आम यूजर्स के साथ कई मीडिया आउटलेट्स ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भ्रामक दावे के साथ साझा किया है। मुंबई पुलिस ने फर्जी वीडियो के जरिए उनकी ‘छवि खराब’ करने को लेकर उर्फी सहित वीडियो में दिख रहे अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वीडियो में दो महिला पुलिसकर्मी उर्फी जावेद को थाने चलने के लिए कहती है और फिर उसे काले रंग की स्कॉर्पियो में बैठाकर वहां से चली जाती है। इस वीडियो को अब तक 700K से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है।
दैनिक जागरण के सोशल मीडिया हैंडल द्वारा साझा किए गए वीडियो का क्रेडिट पल्लव नामक एक शख्स को दिया गया था। पल्लव के इंस्टाग्राम अकाउंट की पड़ताल की और पाया कि 3 नवंबर को पल्लव पालीवाल नामक इंस्टाग्राम यूजर ने भी इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया था। पालीवाल ने वीडियो के कैप्शन में लिखा, “उर्फी जावेद को पुलिस ने छोटे कपड़े पहनने के लिए गिरफ्तार किया”
रिपोर्ट में मुंबई पुलिस के ‘एक्स’ पोस्ट का भी जिक्र किया गया था। मुबई पुलिस ने लिखा, “सस्ते प्रचार के लिए कोई देश के कानून का उल्लंघन नहीं कर सकता! अश्लीलता के मामले में मुंबई पुलिस द्वारा कथित तौर पर एक महिला को गिरफ्तार किए जाने का वायरल वीडियो सच नहीं है। वीडियो में प्रतीक चिन्ह और वर्दी का दुरुपयोग किया गया है। फर्जी वीडियो में शामिल लोगों के खिलाफ ओशिवारा पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 171, 419, 500, 34 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है। फर्जी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर वाहन जब्त कर लिया गया है।”